सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2020
12 दिसंबर
सार्वभौमिक स्वास्थ्य दिवस या सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस (यूएचसी दिवस) ‘सबका स्वास्थ्य’ के उद्देश्य की प्रतिपूर्ति के लिए हर वर्ष 12 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस सारे विश्व में कही भी हर व्यक्ति को किफ़ायती और गुणवत्तापरक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने वाले देशों को संबोधित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रथम संकल्प प्रस्ताव की वर्षगांठ पर मनाया जाता है। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाए गए सतत विकास लक्ष्यों को शामिल किया गया है।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस (यूएचसी दिवस) वर्ष 2020 का विषय ‘सबका स्वास्थ्य: सबको सुरक्षित रखें’ हैं।
इस संकट को समाप्त करने तथा सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य का निर्माण करने के लिए हमें आज स्वास्थ्य प्रणालियों में निवेश करना चाहिए जो कि हम सबको सुरक्षित करेगी।
कोविड-19 महामारी सबको स्वास्थ्य प्रदान करने के हमारे संकल्प का परीक्षा ले रही है तथा पिछले कुछ दशकों के दौरान प्राप्त उपलब्धियों को भी कम कर रही है या नुकसान पहुंचा रही है। इसने आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित किया है इसके साथ ही कई देशों में नियमित प्रतिरक्षण सेवाओं, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य एवं गैर-संचारी (संक्रामक) रोगों और बुजुर्ग आबादी के लिए देखभाल जैसी जन स्वास्थ्य सेवाओं को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
इसका उद्देश्य बहु-हितधारक भागीदारों के साथ मजबूत और लचीली स्वास्थ्य प्रणाली और यूएचसी की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष के विषय का उपयोग सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, नागरिक समाजों संगठन, निजी क्षेत्रों, शिक्षा और मीडिया द्वारा नेताओं को स्वास्थ्य प्रणालियों और स्वयं को सबके लिए स्वास्थ्य वादों के प्रति जवाबदेह बनाने में प्रोत्साहित करने के लिए किया जाएगा।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) का मतलब देश के किसी भी भाग में बसे समस्त नागरिक को आय के स्तर, सामाजिक स्थिति, लिंग, जाति या धार्मिक भेदभाव के बिना स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित करना है। इसका उद्देश्य वहनीय, उत्तरदायी, गुणवत्तापूर्ण एवं यथोचित स्वास्थ्य सेवाओं के आश्वासन को सुनिश्चित करना है। इसमें स्वास्थ्य संवर्धन से लेकर रोकथाम, उपचार, पुनर्वास और उपशामक देखभाल तक सभी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं।
भारत सरकार, बारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि (वर्ष 2012-2017 ) के दौरान सभी नागरिकों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। योजना आयोग ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज पर एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समूह (एचएलईजी) (यूएचसी) का गठन किया गया था। जबकि वित्तीय सुरक्षा पहल का मुख्य उद्देश्य यूएचसी वितरण की पर्याप्त स्वास्थ्य आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता, कुशल स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या एवं वहनीय दवाओं तथा प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता की पहचान करना था। भारत ने 2018 में आयुष्मान भारत कार्यक्रम की शुरुआत के साथ सामान्य आदमी को सुलभ और किफ़ायती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में एक विशाल छलांग लगायी हैं।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज क्यों चाहिए?
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के माध्यम से जाति, धर्म, राजनीतिक विश्वास एवं सामाजिक-आर्थिक स्थिति के भेदभाव के बिना शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का आनंद लेना हर मनुष्य का अधिकार है। प्रत्येक मनुष्य को सभ्य जीवन मानक जैसे कि स्वास्थ्य एवं परिवार की तंदुरुस्ती, भोजन, वस्त्र, आवास व चिकित्सा देखभाल की प्राप्ति का अधिकार हैं। इन आकस्मिकताओं जैसे कि बेरोजगारी, बीमारी, दुर्घटना, अपंगता, विधवा या बुढ़ापे की देखभाल आवश्यक हैं। अच्छा स्वास्थ्य दीर्घकालिक आर्थिक विकास का आधार है। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का दोहरा लाभ प्राप्त करने के परिणामस्वरूप स्वस्थ समुदाय एवं मज़बूत अर्थव्यवस्था के विकास के लिए अनेक देश इसे अंगीकार कर रहे हैं। ‘सार्वभौमिक कवरेज’ डब्ल्यूएचओ के 1948 के मज़बूत संविधान पर आधारित है, जो यह उद्घोषणा करता है, कि स्वास्थ्य मनुष्य का मूलभूत अधिकार हैं तथा यह सबको स्वास्थ्य के उच्चतम स्तर की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आयुष्मान भारत कार्यक्रम
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज़ (यूएचसी) के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में विस्तारित प्रतिक्रिया सुनिश्चित के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ‘आयुष्मान भारत योजना’ एक राष्ट्रीय पहल की शुरूआत की गयी है। आयुष्मान भारत योजना के तहत दो प्रमुख योजनाओं- स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) की शुरुआत की गयी है। व्यापक प्राथमिक देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए तक़रीबन 1.5 लाख उप-केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र में परिवर्तित किया जा रहा है तथा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई), जिसका उद्देश्य 10 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवारों (लगभग 50 करोड़ लाभार्थियों) को द्वितीयक और तृतीयक देखभाल स्तर पर अस्पताल में उपचार (भर्ती) होने के लिए हर परिवार को सालाना 5 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करना है।
हमें अपनी स्वास्थ्य प्रणालियों को और अधिक सुदृढ़ बनाने में सहयोग करना चाहिए, ताकि आज और भविष्य में सबको सुरक्षित रखा जा सकें।
संदर्भ:
- PUBLISHED DATE : Dec 11, 2020
- PUBLISHED BY : NHP Admin
- CREATED / VALIDATED BY : Sunita
- LAST UPDATED BY : Dec 13, 2020
Discussion
You would need to login or signup to start a Discussion