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विश्व स्ट्रोक दिवस
विश्व स्ट्रोक दिवस वर्ष 2018
 
विश्व स्ट्रोक दिवस वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय स्तर पर स्ट्रोक के बोझ को कम करने की वचनबद्धता बनाने, अभियानों के आयोजन एवं जागरूकता उत्पन्न करने के लिए प्रतिवर्ष 29 अक्टूबर को मनाया जाता है।
 
“विश्व स्ट्रोक दिवस” स्ट्रोक की रोकथाम, उपचार और सहयोग के बारे में अधिक लोगों को बातचीत में शामिल करके व्यक्तिगत आवाज़ को विस्तार से व्याख्यायित करता है।
 
स्ट्रोक विश्व में मृत्यु का प्रमुख कारण है। विश्व में अस्सी मिलियन लोग स्ट्रोक से पीड़ित है, पचास मिलियन स्ट्रोक से पीड़ित उत्तरजीवी स्थायी अक्षमता के कुछ प्रकारों के साथ जीवन निर्वाह करते हैं और कई लोगों के लिए, स्ट्रोक के बाद जीवन बेहद सरल नहीं होता है; लेकिन यह सार्थक जीवन जीने वाली उचित देखभाल और सहयोग से संभव है और स्ट्रोक के बाद # आप इसे फिर से प्राप्त कर सकते है।
 
स्ट्रोक क्या है?
 
स्ट्रोक चिकित्सीय आपातकालीन स्थिति है, जो कि तब प्रकट होती है, जब मस्तिष्क के हिस्से में रक्त की आपूर्ति गंभीर रूप से कम हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान पहुंचता है। यह व्यक्ति की उपस्थिति, बोलने, देखने और शारीरिक प्रक्रिया को प्रभावित करता है। वैश्विक स्तर पर स्ट्रोक मृत्यु और विकलांगता का प्रमुख कारण है। यह किसी व्यक्ति को किसी भी उम्र में भी हो सकता है तथा उत्तरजीवियों, परिवारों, दोस्तों, कार्यस्थलों और समुदायों को प्रभावित करता है। स्ट्रोक के संकेतों की पहचान (फास्ट) और चिकित्सीय सहायता प्राप्ति स्ट्रोक के परिणाम को बेहतर बनाने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।
 
स्ट्रोक के सामान्य लक्षणों को फ़ास्ट (एफएएसटी) के चरण से याद रखा जा सकता है।
 
एफ- फेस (चेहरा): व्यक्ति को मुस्कराने के लिए कहें। क्या उसके चेहरे का एक हिस्सा लटक रहा है।
 
ए- आर्म (बांह): व्यक्ति को दोनों बांह को उठाने को कहें। क्या एक हाथ गिरे जा रहा है। 
 
एस- स्पीच (बोलना): व्यक्ति को कोई एक साधारण वाक्य दोहराने के लिए कहें। क्या उसकी आवाज में लडख़ड़ाहट है?
 
टी- टाइम (समय): यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा है, तो तुरंत 102 या एम्बुलेंस के लिए आपातकालीन नंबर पर कॉल करें।
 
 
यदि आपको संदेह है कि कोई व्यक्ति स्ट्रोक से पीड़ित है, तो रोगी के लिए प्राथमिक उपचार-
  • तुरंत फ़ास्ट (एफएएसटी) परीक्षण करें।
  • यदि आपको फास्ट परिक्षण का कोई भी लक्षण दिखाई पड़ता है, तो तुरंत 102 या आपातकालीन नंबर पर कॉल करें, क्योंकि स्ट्रोक से पीड़ित रोगी को तत्काल मदद की आवश्यकता होती है।
  • बेहोश रोगी को बेहतर आरामदायक स्थिति बनाए रखने में सहयोग करें।
  • गर्मी के नुकसान को कम करने के लिए रोगी को कवर करें।
  • जब आप एम्बुलेंस के लिए इंतजार कर रहे हैं, तब रोगी को आश्वस्त करने के लिए उससे बात करें।
  • यदि रोगी बेहोश है या पूरी तरह से सचेत नहीं है, लेकिन सामान्य रूप से सांस ले रहा है, तो उसे सहयोगात्मक स्थिति में रखने के लिए करवट दिलाएं।
 
स्ट्रोक के बाद जीवन निर्वाह:
 
स्ट्रोक के बाद अधिकांश स्ट्रोक से पीड़ित उत्तरजीवियों, देखभाल प्रदाताओं और परिवारों के लिए जीवन अलग होगा। स्ट्रोक के बाद जीवन स्वीकृति और समायोजन के लिए पुनः प्राप्ति और तन्दुरुस्ती आधार है। जीवन एकदम सामान्य नहीं होगा लेकिन जीवन को सामान्य बनाना होगा। देखभाल प्रदत्ता समूह के साथ काम करके नई दिनचर्या बनाने और क्रमशः छोटे-छोटे लक्ष्यों को पूरा करते हुए सहज स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
 
स्ट्रोक उपचार योग्य है:
 
स्ट्रोक एक जटिल चिकित्सा परेशानी है। लेकिन इसका प्रभाव कम करने के उपाय हैं। स्ट्रोक के शुरुआती संकेतों को पहचानकर, एक विशेष स्ट्रोक इकाई में प्रवेश के साथ चिकित्सा आपातकाल के रूप में इसका उपचार करना और बेहतर पेशेवर देखभाल तक पहुंच परिणाम में काफी सुधार कर सकती है।
 
प्रारंभिक पहचान और उचित देखभाल एक अंतर बनाती है, लेकिन कई लोगों को स्ट्रोक में उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।
 
स्ट्रोक साइलेंट किलर है। स्ट्रोक रोकने के लिए निम्नलिखित कार्यवाही करें:
 
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखना- सभी स्ट्रोक केलगभग आधे से ज़्यादा उच्च रक्तचाप (उच्च रक्तचाप) से जुड़ें है। जीवन शैली में बदलाव के माध्यम से रक्तचाप को जानें और नियंत्रित करें या दवाएं स्ट्रोक के ज़ोखिम को कम करती है।
 
सप्ताह में पांच बार मध्यम व्यायाम करना- सभी स्ट्रोक का एक तिहाई से अधिक उन लोगों में दिखाई देता हैं, जो कि नियमित व्यायाम नहीं करते हैं।
 
स्वस्थ और संतुलित आहार खाना- लगभग एक चौथाई स्ट्रोक अस्वास्थ्यकर आहार विशेषकर फलों एवं सब्जियों के कम सेवन से जुड़ा है। फल एवं सब्जियों का पांच या पांच से ज़्यादे भाग का सेवन करें। स्ट्रोक का ज़ोखिम कम करने के लिए नमक का सेवन कम करें। 
 
स्वस्थ वज़न बनाए रखना (बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) या कमर से कूल्हे अनुपात)- लगभग 5 में से 1 स्ट्रोक मोटापे से जुड़ा है। बीएमआई या कमर से हिप के अनुपात द्वारा अधिक वज़न और मोटापे का पता लगाया जा सकता है (अपने कूल्हे के माप से अपनी कमर माप को विभाजित करें। यदि संख्या (पुरुष) 0.9 और (महिला) 0.85 से अधिक है, तो स्ट्रोक से पीड़ित होने का ज़ोखिम अधिक है और आपको अपना वज़न कम करना चाहिए)। 
 
कोलेस्ट्रॉल कम करना- चार में से एक से ज़्यादा स्ट्रोक 'खराब' (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर से जुड़ा है। संतृप्त वसा के बजाय कम संतृप्त, गैर-हाइड्रोजनीकृत वसा का सेवन करें। यदि यह आहार के साथ संभव नहीं है, तो दवा के बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
 
धूम्रपान छोड़ें और निष्क्रिय धूम्रपान के संपर्क से बचना- दस में से एक से ज़्यादा स्ट्रोक धूम्रपान से जुड़ा है। धूम्रपान रोकने से स्ट्रोक का ज़ोखिम कम होगा। छोड़ने के लिए मदद लें तथा यह आपकी सफ़लता के अवसर को बढ़ाता है।
 
अल्कोहल के सेवन में कमी- प्रतिवर्ष एक मिलियन से अधिक स्ट्रोक अत्यधिक अल्कोहल के सेवन से जुड़ें है। अल्कोहल का सेवन कम करने से स्ट्रोक के ज़ोखिम को कम करने में मदद होगी।
एट्रियल फाइब्रिलेशन उपचार और पहचान- अनियमित हृदय की धड़कन या अन्य हृदय की स्थितियां नौ प्रतिशत स्ट्रोक से जुड़ी है। अपने ज़ोखिम को कम करने के लिए संभावित उपचार के बारे में अपने चिकित्सक से बात करें।
 
मधुमेह नियंत्रण/मधुमेह रोकथाम- मधुमेह नियंत्रण/मधुमेह रोकथाम, क्योंकि मधुमेह से स्ट्रोक का ज़ोखिम बढ़ जाता है। यदि आप मधुमेह से पीड़ित है, तो मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए उपचार और जीवन शैली बदलाव के बारे में अपने चिकित्सक से बात करें; और स्ट्रोक के ज़ोखिम को कम करें।
 
स्ट्रोक के बारे में शिक्षा लेना- स्वास्थ्य देखभाल और स्वास्थ्य शिक्षा की उचित पहुंच से स्ट्रोक और अन्य गैर-संचारी रोगों को कम करने में सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होगा।
 
संदर्भ:
 
http://www.worldstrokecampaign.org/
 
https://www.nhp.gov.in/disease/cardio-vascular/heart/stroke
 
  • PUBLISHED DATE : Nov 04, 2018
  • PUBLISHED BY : NHP Admin
  • CREATED / VALIDATED BY : Sunita
  • LAST UPDATED BY : Nov 04, 2018

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