हिन्दी
  • English
  • ગુજરાતી
  • বাংলা
  • தமிழ்
  • ਪੰਜਾਬੀ
लॉग इन
  • रजिस्टर
  • साइन इन करें
A A A A
A - A A +
स्क्रीन रीडर | मुख्य सामग्री पर जाएं | सहायता
 
  मेनू
  • मुख्य
  • एनएचपी के बारे में
    • संगठन चार्ट
  • शीघ्र निर्देशन
    • स्वस्थ जीवन शैली
      • किशोर स्वास्थ्य
      • महिला स्वास्थ्य
      • गर्भावस्था
      • यात्रा स्वास्थ्य
      • अधिक
        • मौखिक स्वास्थ्य
        • लक्षण जिनको नज़रअंदाज नही करना चाहिए
        • स्वस्थ जीवन
    • रोग / दशा सूचना
      • रोग / दशा : ए से जेड तक
      • औषधि
      • प्रथम उपचार
      • इंटरैक्टिव शिक्षण
      • लोक स्वास्थ्य अलर्ट
    • निर्देशिका सेवा एवं विनिमय
      • समिति एवं आयोग
      • निर्देशिका सेवा
  • स्वास्थ्य नीतियाँ
  • मानक और प्रोटोकॉल
  • शासन / कानून / बिल / अधिनियम
  • बीमा योजनाएं
  • व्यावसायिक वृद्धि
    • पेशा
    • ई-अधिगम
    • पेशेवर समाचार
    • भारतीय हेल्पडेस्क लिए इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकार्ड मानक
    • व्यावसायिक मंच
  • आयुष
    • आयुर्वेद
    • योग
    • यूनानी
    • सिध्द
    • होम्योपैथी
    • प्राकृतिक-चिकित्सा
    • आध्यात्मिकता-और-स्वास्थ्य
  • विविध
    • आपदा प्रबंधन
  • स्वास्थ्य कार्यक्रम
  • सामान्य मंच
  • सामान्य समाचार
  • अधिक
    • सर्व-जन स्वास्थ्य कवरेज
  • बाहरी उपयोगी लिंक्स।
    • उपयोगी लिंक्स।
    • राज्य स्वास्थ्य वेबसाइट्स।
    • एम - स्वास्थ्य
    • टेली दवाई केंद्र।
    • दान
    • आपातकालीन हेल्पलाइन
    • स्वास्थ्य विजेट्स
    • स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी सूचनाएं।
    • रिमोट चिकित्सा उपकरण
  • प्रतिउत्तर दे
  • पूछे जाने वाले प्रश्न
  • निविदाएँ
  • हमसे संपर्क करे
  • स्वस्थ भारत
Close Menu
राष्ट्रीय पोषण सप्ताह २०१५

 

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह प्रतिवर्ष एक से सात सितम्बर को मनाया जाता है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बेहत्तर स्वास्थ्य के लिए पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना हैं, क्योंकि पोषण का उत्पादकता, आर्थिक विकास तथा अंतत: राष्ट्रीय विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है।

स्वास्थ्य और कल्याण का केन्द्रीय बिन्दु पोषण है। यह आपको काम करने के लिए शक्ति और उर्जा प्रदान करता हैं तथा तन्दुरुस्त और अच्छा महसूस करने में भी सहायता करता हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, "पोषण का संबंध शरीर की आवश्यकतानुसार आहार के सेवन को माना जाता है। वर्तमान और सफल पीढ़ियों के लिए जीवन, स्वास्थ्य और विकास का मुख्य विषय पोषण है। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह २०१५ का विषय 'बेहतर पोषण: विकास की कुंजी हैं'।

कुपोषण को अपर्याप्त या असंतुलित आहार द्वारा ख़राब पोषण की स्थिति के रूप में परिभाषित किया गया है। यह विशेष रूप से विकासशील देशों में प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। कुपोषण का एक तिहाई से अधिक बच्चों की मृत्यु में योगदान देने का अनुमान है। सम्पूर्ण विश्व में तीन कुपोषित बच्चों में से एक बच्चा भारत में रहता हैं। कुपोषण का मनुष्य के स्वास्थ्य और विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप उत्पादकता में कमी और आर्थिक पिछड़ेपन की समस्या भी उत्पन्न होती हैं।

जैसा कि अक्सर यह कहा जाता है, कि "आप क्या खा सकते हैं"। अच्छे स्वास्थ्य की आधारशिला नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ अच्छा पोषण है। स्वस्थ बच्चे बेहतर तरीकें से सीखते हैं। पर्याप्त पोषण का सेवन करने वाले व्यक्ति अधिक कार्य करते हैं। वहीं दूसरी ओर, ख़राब पोषण प्रतिरक्षा में कमी, बीमारी के ज़ोखिम को बढ़ाने, शारीरिक और मानसिक विकास को क्षीण करने तथा कार्यक्षमता में कमी पैदा कर सकता हैं।

"अच्छा पोषण लोगों को स्वस्थ बनाता हैं तथा अंत में "यह स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण भी करता है।

पूछे जाने वाले प्रश्न।

पोषक आहार के मुख्य तत्व क्या हैं?
पोषक आहार के मुख्य तत्व छह प्रकार के होते हैं जैसे कि- प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज और पानी। यह सभी व्यक्तियों के जीवन, वृद्धि, शारीरिक प्रक्रिया और ऊतकों की मरम्मत के लिए आवश्यक हैं।

संतुलित आहार क्या होता है?
उचित अनुपात और निर्धारित मात्रा में सभी प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करने वाले आहार को संतुलित आहार कहा जाता है। इसमें फल, सब्जियां, अनाज, जड़ें, सेम, दालों, मेवा और पशु उत्पाद शामिल हैं।

क्या आप कैलोरी की आवश्यकता के संबंध में बता सकते हैं?
संतुलित आहार कार्बोहाइड्रेट अधिमानतः जटिल कार्बोहाइड्रेट द्वारा कुल कैलोरी का लगभग पचास से साठ प्रतिशत और प्रोटीन द्वारा लगभग दस से पंद्रह प्रतिशत तथा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष दोनों तरह की वसा के माध्यम से बीस से तीस प्रतिशत होता हैं।

फलों की क्या भूमिका होती है?
फलों में विटामिन, खनिज, रेशा और पादप पोषक तत्व (फाइटोनूट्रीएन्ट) होते हैं।

हमें कैल्शियम की ज़रूरत क्यों पड़ती है?
कैल्शियम मज़बूत और स्वस्थ हड्डियों के लिए आवश्यक होता है।

कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत कौन-सा होता है?
कैल्शियम के मुख्य स्रोत दूध, पनीर, दही और हरी पत्तेदार सब्जियां हैं।

बेहत्तर स्वास्थ्य को बनाएं रखने के लिए कौन-सा तेल खाना पकाने के लिए अच्छा होता हैं?
यह कार्य कोई एक तेल नहीं कर सकता हैं। हमेशा तेलों के संयोजन या मिश्रित या बदल-बदलकर तेलों का उपयोग करने की सिफारिश की जाती हैं। आपको सभी तरह के तेलों जैसे कि मूंगफली का तेल, सोयाबीन का तेल, सूरजमुखी का तेल, चावल की भूसी के तेल का उपयोग करने से लाभ प्राप्त होगा।

क्या टमाटर और पालक का सेवन करने से गुर्दे में पथरी हो सकती हैं?
नहीं, यह तथ्य निराधार हैं, जिन लोगों के गुर्दे में पथरी के गठन होने की संभावना होती हैं, उन लोगों के लिए टमाटर और पालक का सेवन कुछ हद तक हानिकारक हो सकता है।

क्या ज़रूरत से ज़्यादा नमक का सेवन करने से उच्च रक्तचाप हो सकता हैं?
हाँ, अत्यधिक नमक का सेवन करने से रक्तचाप में बढ़होत्तरी होती हैं।

नवजात शिशुओं के लिए माता के दूध की क्या भूमिका है?
माता का दूध नवजात शिशुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण आहार होता है।

क्यों माता के दूध को नवजात शिशुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण आहार के रूप में माना जाता है?
माता के दूध में प्रोटीन, वसा, कैलोरी, लैक्टोज, विटामिन, लोहा, खनिज, पानी और एंजाइमों पर्याप्त मात्रा में होते है। यह बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है। यह बच्चे को भविष्य में कई तरह के संक्रमणों रोगों से सुरक्षा भी प्रदान करता है। यह तुरंत और आसानी से पच जाता हैं।

पोषण के लिए सुझाव।

  • कम से कम प्रसंस्करण आहार के साथ ताज़ा खाना ज़रूर खाएं।
  • जब भी संभव हो कच्चे फल और सब्जियां का सेवन अवश्य करें क्योंकि पकाने से कई पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
  • खाने से पहले फल और सब्जियों को अच्छी तरह से धोएं तथा उन्हें छिलका समेत खाएं।
  • जब तक आप फल और सब्जियों को खाने के लिए तैयार न हो तब तक उन्हें न काटें।
  • फास्ट फूड की तुलना में घर में बने पारंपरिक आहार के सेवन को प्राथमिकता दें।
  • अपने मुख्य आहार के स्थान पर अल्पाहार (स्नैक्स) का सेवन करने से बचें।
  • चीनी और अस्वस्थ प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित मात्रा में करें।

संदर्भ:
www.who.int
www.thehealthsite.com
www.unicef.org
www.indiacelebrating.com
www.ninindia.org
www.motherchildnutrition.org
www.nyks.org/circulars/nnw.pdf

  • PUBLISHED DATE : Nov 09, 2015
  • PUBLISHED BY : NHP CC DC
  • CREATED / VALIDATED BY : NHP Admin
  • LAST UPDATED BY : Nov 09, 2015

Discussion

You would need to login or signup to start a Discussion

Write your comments

This question is for preventing automated spam submissions
This website is certified by Health On the Net Foundation. Click to verify.

यह प्रवेशद्वार राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रवेशद्वार के स्वास्थ्य सूचना केन्द्र (सी एच आई) द्वारा रूपित, विकसित और आयोजित किया गया है तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफ़डब्ल्यू) भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान मे गठित किया गया है

web_information
  • National Health Portal
  • Open Government data on Health and Family Welfare Powered by data.gov.in
  • E-Book-2016
  • My-Hospital
  • Mother  Child Tracking System
  • Nikshay
  • Rashtriya Bal Swasthya Karyakram (RBSK)
  • National Organ and Tissue Transplant Organization
  • Common Man's Interface for Welfare Schemes
  • PORTAL FOR PUBLIC GRIEVANCES
  • Ebola Virus Disease
  • E-Hospital
  • Digital Hospital
  • My Government
  • Prime Minister&'s National Relief Fund
  • National Voter&'s Service Portal
  • National Portal of India
  • Expenditure Statements & Financial Reports O/o Chief Controller of Accounts
  • Swine Flu-H1N1 Seasonal Influenza
  • Message for HFM, MOS and Secretary
  • Medical Counselling
  • Rural Health Training Center Najafgarah
  • Pension Fund Regulatory and Development Authority
  • MoHFW
खंडन | वक्तव्य उपलब्धता | उपयोग की शर्तें | साइट का नक्शा
© 2015 एमओएचएफडब्ल्यू, भारत सरकार, सर्वाधिकार सुरक्षित